पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), चंडीगढ़ ने विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह 2025 में गौरव और उपलब्धि का एक नया अध्याय जोड़ा। यह भव्य आयोजन भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) द्वारा आयोजित किया गया था।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर पेक टीम, जिसमें प्रो. राजेश के. भाटिया (निदेशक, एड-अंतरिम), प्रो. उमेश शर्मा (डीन, एसआरआईसी), प्रो. वसुंधरा सिंह (पी आई) और उनकी टीम—प्रो. अरुण कुमार सिंह, प्रो. रविंदर सिंह वालिया एवं प्रो. संदीप कुमार शामिल थे, को भारत सरकार के माननीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया।
पेक को प्रमोशन ऑफ़ यूनिवर्सिटी रिसर्च एंड साइंटिफिक एक्सीलेंस (पीयूआरएसइ) ग्रांट के तहत लगभग ₹7.5 करोड़ की वित्तीय सहायता प्राप्त हुई है। यह अनुदान संस्थान के अनुसंधान परिवेश को और भी अधिक सशक्त बनाएगा, जिससे शिक्षकों और छात्रों को विज्ञान और तकनीकी विकास में सार्थक योगदान देने का अवसर मिलेगा।
इस शोध प्रस्ताव को तैयार करने और इसे सफलतापूर्वक स्वीकृत करवाने में प्रो. वसुंधरा सिंह (पी आई) के नेतृत्व में 15 युवा और अनुभवी शिक्षकों की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह उपलब्धि पेक की इनोवेशन और कोलैबोरेटिव रिसर्च को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
इस भव्य समारोह में देशभर के प्रमुख संस्थानों के नौ कुलपति और निदेशक भी शामिल हुए, जिन्हें शोध और वैज्ञानिक विकास में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पेक के निदेशक प्रो. भाटिया ने कहा कि युवा शिक्षकों को प्रभावशाली शोध कार्यों के लिए प्रेरित करना बेहद आवश्यक है।
उन्होंने पेक की अकादमिक उत्कृष्टता की लंबी परंपरा का उल्लेख करते हुए, संस्थान की भारत की वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति में निरंतर योगदान देने की प्रतिबद्धता को दोहराया।राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह की अध्यक्षता भारत सरकार के माननीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री, डॉ. जितेंद्र सिंह ने की।
उन्होंने वैज्ञानिक अनुसंधान को आगे बढ़ाने में शैक्षणिक संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। इस महत्वपूर्ण अनुदान के माध्यम से पेक अपने अनुसंधान ढांचे को और भी अधिक सुदृढ़ करेगा, विभिन्न विषयों के शोधकर्ताओं के बीच सहयोग को बढ़ावा देगा और इनोवेशन को प्रेरित करेगा।
संस्थान अपने वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की नई पीढ़ी को प्रेरित करने के अपने संकल्प पर कायम है और देश की वैज्ञानिक प्रगति में योगदान देने के अपने मिशन को पूरी निष्ठा से आगे बढ़ा रहा है।