सीजीसी लांडरां के इंटरनल क्वालिटी अशुरन्स सेल (आईक्यूएसी) द्वारा "एडवांस्ड आईसीटी टूल्स फिर इफेक्टिव टीचिंग एंड लर्निंग" विषय पर एक दिवसीय हैंड्स ऑन वर्कशॉप का आयोजन किया गया। जिसमें लगभग 180 फैकल्टी मेंबर्स सदस्यों ने भाग लिया।
इस वर्कशॉप का उद्देश्य ट्रेडिशनल टीचिंग मेथड्स और आजकी आधुनिक डिजिटल लर्निंग के बीच के गैप को ख़त्म करना था। शिक्षकों को एआई-पोवरड टूल्स और इनोवेटिव पेडगोजिकल स्ट्रैटेजेज़ से लैस कर छात्र सहभागिता और अधिगम परिणामों को बेहतर बनाने की दिशा में प्रशिक्षित किया गया।
इस वर्कशॉप के उद्घाटन समारोह में डॉ. पी.एन. हृषीकेशा, कैंपस डायरेक्टर, सीजीसी लांडरां, डॉ. हरसिमरन कौर, डीन, आईक्यूएसी, सीजीसी लांडरां सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में क्षेत्र के एक्सपर्ट्स ने भाग लिया, जिनमें श्री तनवीर सिंह, प्रोजेक्ट मैनेजर, आईआईटी बॉम्बे स्पोकन ट्यूटोरियल्स, शामिल थे, जिन्होंने ‘टूल्स फॉर इफेक्टिव टीचिंग एंड लर्निंग’ विषय पर सेशन प्रस्तुत किया।
उनके सेशन में कैनवा, मिक्सो, लूका, चैटजीपीटी, जेमिनी, एडोब फायरफ्लाई, मर्लिन, नेमलिक्स और गामा एआई जैसे एआई और डिजिटल टूल्स पर व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में इन उपकरणों के व्यावहारिक अनुप्रयोगों की जानकारी दी गई।
श्री अमित कुमार मेहता,मेंटर, प्रेरणा प्रोग्राम, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, ने ‘टीचिंग लर्निंग प्रैक्टिसेज, 21वीं सदी की शिक्षण पद्धति, विश्व आर्थिक मंच की कौशल आवश्यकताएं एवं आईपीआर और क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंसिंग’ पर एक ज्ञानवर्धक सत्र का संचालन किया।
उनके व्याख्यान ने आधुनिक शिक्षण पद्धतियों और डिजिटल कंटेंट क्रिएशन के लीगल आस्पेक्ट्स पर जोर दिया, जिससे ऑनलाइन रिसोर्सेज के नैतिक और प्रभावी उपयोग को सुनिश्चित किया जा सके। प्रतिभागियों ने हैंड्स ऑन एक्सरसाइजेज में ज़ोर शोर भाग लिया, जहां उन्होंने इंटरैक्टिव ई-कंटेंट विकसित करने और अपने शिक्षण तरीकों को बेहतर बनाने के लिए उन्नत आईसीटी टूल्स का उपयोग करना सीखा।
इस कार्यक्रम ने शिक्षकों के लिए एक टेक्नोलॉजी ड्रिवेन, कलबोरेटिव और इंटरैक्टिव एनवायरनमेंट को प्रोत्साहित किया। इस वर्कशॉप के प्रमुख परिणामों में फैकल्टी मेंबर्स की डिजिटल दक्षता में वृद्धि शामिल रही। प्रतिभागियों ने एआई टूल्स के साथ प्रैक्टिकल अनुभव प्राप्त किया, 21वीं सदी की शिक्षण पद्धतियों की गहन समझ विकसित की और इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स (आईपीआर) एवं क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंसिंग के बारे में ज्ञान प्राप्त किया, जिससे सामग्री निर्माण में कानूनी अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके।
इन उन्नत उपकरणों से शिक्षकों को सुसज्जित कर, इस कार्यक्रम ने ग्लोबल एजुकेशन स्टैंडर्ड्स के अनुरूप नवाचार-आधारित शिक्षण पद्धतियों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। यह वर्कशॉप शैक्षणिक उत्कृष्टता और शिक्षा में तकनीकी प्रगति के प्रति सीजीसी लांडरां की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।