शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा है कि कुछ ताकतें पंथ और पंथक संगठनों को कमजोर करना चाहती हैं, वे पंजाब की शांति को भंग करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होने कहा, शिरोमणी अकाली दल किसी भी कीमत पर ऐसा नही होने देगा। मैं पंजाबियों से अपनी क्षेत्रीय पार्टी का समर्थन करने की अपील करता हूं, जो ‘‘ भाईचारक सांझ’’ के लिए प्रतिबद्ध है और हमेशा विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ एक ढ़ाल के रूप में खड़ी रही है।
अकाली दल अध्यक्ष ने यहां पार्टी उम्मीदवार विरसा सिंह वल्टोहा के समर्थन में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए पंजाबियों से यह समझने की अपील की कि कुछ एजेंसियां वही हालात पैदा करने की कोशिश कर रही हैं जिसके कारण पहले शंाति और साम्प्रदायिक भाईचारा तबाह हो गया था। उन्होने ऐसे लोगों को पहचानने का आग्रह किया जो पंथक होने का दिखावा कर रहे हैं, लेकिन वास्तव में वे पंथ की पीठ में छूरा घोंपने पर तुले हुए हैं।
उन्होने कहा,‘‘ मैं आपसे प्रो. विरसा सिंह वल्टोहा का समर्थन करने की अपील करता हूं, जो पंथक आचरण और बलिदान के सच्चे प्रतीक हैं। अगर हम ऐसा नही करेंगें तो कल शिरोमणी कमेटी भी सुरक्षित नही रहेगी।’’सरदार सुखबीर सिंह बादल ने इस अवसर पर केंद्र सरकार के साथ साथ कांग्रेस पार्टी की निंदा की ।
उन्होने कहा कि भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने तख्त श्री हजूर साहिब और श्री पटना साहिब के प्रबंधन पर कब्जा करने के लिए आरएसएस की मदद की है। उन्होने कहा कि सिख समुदाय की भावनाओं के खिलाफ एक अलग गुरुद्वारा कमटी बनाने के लिए शिरोमणी कमेटी को तोड़ दिया गया। उन्होने कहा कि इसी तरह केंद्र सरकार 2019 में बंदी सिंहों को रिहा करने के अपने वादे से मुकर गई है, जिसके कारण सिखों में काफी आक्रोश है।
सरदार बादल ने कंग्रेस के बारे में बोलते हुए कहा,‘‘ सिख कभी भी नही भूल सकते कि इंदिरा गांधी ने 1 जून 1984 को श्री दरबार साहिब पर टैंकों और तोपों से किस तरह से हमला किया था , न ही वे भूल सकते हैं कि कैसे उनके हजारों भाईयों को दिल्ली की सड़कों पर कांग्रेस प्रायोजित कार्यक्रम के तहत कत्लेआम किया गया था। मुझे यकीन है कि जब वे अगले महीने उसी दिन वोट डालेगें तो तो इस न भुलाये जाने वाले दर्दनाक हादसे को याद रखेंगें।’’
सरदार बादल ने पंजाबियों को झूठे वादों से बेवकूफ बनाने की कोशिश करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान की निंदा की। उन्होने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार महिलाओं को 1000 रूपया प्रति माह देने में नाकाम रही है और अब राज्य की प्रत्येक महिला को 27हजार रूपया बकाया है। उन्होने कहा,‘‘ यह बताने के बजाय कि उनकी सरकार महिलाओं को यह राशि जारी करने में विफल क्यों रही है, अब वह उन्हे 1100 रूपये प्रति माह देने का वादा कर रहे है।’’
इस अवसर पर पार्टी उम्मीदवार सरदार विरसा सिंह वल्टोहा ने कहा कि खडूर साहिब में मुकाबला दिल्ली स्थित पार्टियों के साथ गठबंधन करने वाली ताकतों और अपनी क्षेत्रीय पार्टी पार्टी का समर्थन करने वालों के बीच है। उन्होने कहा,‘‘ जहां दिल्ली की पार्टियां बंदी सिंहों को कैद में रखना चाहती हैं, अकाली दल उनकी रिहाई के लिए लड़ रहा है, और जब तक वे कैद से रिहा नही हो जाते , हम चैन से नही बैंठेंगें।’’
उन्होने यह भी बताया कि बीबी परमजीत कौर खालरा , जिन्होने इस हलके से पिछला चुनाव लड़ा था और दो लाख से अधिक वोट हासिल किए थे, वे एक बार भी हलके में नही आई। उन्होने कहा,‘‘ मैं आपके बीच रहता हूं, और हर तरह के अन्याय के खिलाफ हमेशा आपके लिए लड़ा हूं।’’ज़ीरा हलके में पूर्व मंत्री जनमेजा सिंह सेखों ने भी जनसभा को संबोधित करते हुए पंजाबियों से आम आदमी पार्टी को अच्छा सबक सिखाने की अपील करते हुए कहा कि वह सुनिश्चित करें कि वे राज्य में एक भी सीट न जीत पाएं, क्योंकि उन्होने सभी मोर्चों पर पंजाबियों को धोखा दिया है।