कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज घोषणा की है कि 4 जून को जब इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी, तो वह किसानों का कर्ज माफ कर देंगे। इसके अलावा, उन्हें अपनी फसलों पर एमएसपी की कानूनी गारंटी भी मिलेगी। यहां चिलचिलाती गर्मी के बावजूद एक विशाल सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए, जिसमें 50 हजार से अधिक लोग शामिल हुए।
गांधी ने कांग्रेस उम्मीदवार और प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के लिए वकालत की और लोगों से कहा कि वह उनकी दीर्घकालिक संपत्ति बनने जा रहे हैं व उन्हें हर कीमत पर उनकी जीत सुनिश्चित करनी चाहिए। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ये चुनाव संविधान को बचाने के लिए लड़ा जा रहा है, जिसे भाजपा से खतरा है। उन्होंने कहा कि 70 साल में पहली बार भाजपा के नेता खुलेआम कह रहे हैं कि अगर वे जीते, तो संविधान को बदल देंगे।
उन्होंने कहा कि यह संविधान बाबा साहेब अंबेडकर, महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू और अन्य नेताओं द्वारा दिया गया था व इसने आरक्षण के अधिकार सहित लोगों के अधिकारों की गारंटी दी थी। इस दौरान उन्होंने आश्वासन दिया कि पृथ्वी पर कोई भी शक्ति संविधान को बदल या प्रतिस्थापित नहीं कर सकती है।
गांधी ने मोदी पर लोगों को धर्म, क्षेत्र, जाति और राज्य के नाम पर बांटने और उन्हें एक-दूसरे के खिलाफ लड़ाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मोदी देश में सिर्फ 22-25 लोगों का शासन चाहते हैं जिनकी वह सेवा कर रहे हैं और जिन्हें उन्होंने बंदरगाहों, हवाई अड्डों, बुनियादी ढांचे और बिजली प्रोजेक्ट्स सहित अन्य सभी संपत्तियों को सौंप दिया है।वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने घोषणा की कि जैसे मोदी ने सिर्फ 22 अरबपति बनाए, कांग्रेस पार्टी करोड़ों लखपति बनाएगी।
उन्होंने कहा कि गरीबों और युवाओं को नकद सहायता प्रदान करने के पीछे एक आर्थिक विचार है, क्योंकि इससे अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी।उन्होंने कहा कि इंडिया की सरकार आते ही गरीब परिवारों की पहचान की जाएगी और प्रत्येक परिवार को हर महीने 8500 रुपये मिलेंगे। इसी तरह, नए स्नातकों और डिप्लोमा धारकों के लिए एक योजना होगी, 'पहली नौकरी पक्की', जिसके तहत उन्हें एक साल के लिए गारंटीशुदा अप्रेंटिसशिप मिलेगी और उस अवधि के लिए एक लाख रुपये की सुनिश्चित आय होगी।
उन्होंने कहा कि न्यूनतम दैनिक मजदूरी मौजूदा 250 रुपये प्रति दिन से बढ़ाकर 400 रुपये प्रति दिन कर दी जाएगी। उन्होंने यह भी घोषणा की कि आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की आय दोगुनी की जाएगी। गांधी ने सीधे नकद सहायता योजना के पीछे के विचार को समझाते हुए, कहा कि जबकि मोदी ने कुछ अरबपतियों को लाखों करोड़ रुपये दिए, जिन्होंने यह सारा पैसा अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी या दुबई जैसी जगहों पर खर्च किया, लेकिन अब गरीबों, युवाओं और किसानों के हाथ में जाएगा और स्थानीय स्तर पर खर्च होगा। जिससे अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी।
उन्होंने कहा कि इससे वस्तुओं की मांग पैदा होगी, जिससे कारखानों द्वारा उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि इससे नौकरियां पैदा होंगी और युवाओं को रोजगार मिलेगा।उन्होंने कहा कि इंडिया की सरकार मध्यम और लघु उद्योगों के लिए बैंकों के दरवाजे खोलेगी, जो मोदी की नोटबंदी की नीतियों और जीएसटी के गलत कार्यान्वयन से नष्ट हो गए थे।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने दोहराया कि इंडिया की सरकार अग्निपथ योजना को रद्द कर देगी, क्योंकि यह जवानों और सशस्त्र बलों पर हमला व उनका अपमान है।गांधी ने पंजाब में नशे की समस्या पर भी चिंता व्यक्त करते हुए, कहा कि इससे सख्ती से निपटने की जरूरत है। इस दौरान मौजूद लोगों में केसी वेणुगोपाल, दविंदर यादव, हरीश चौधरी, राजा वड़िंग, बलकौर सिंह सिद्धू, भारत भूषण आशु, राकेश पांडे, जस्सी खंगुड़ा, सुरिंदर डावर, कुलदीप वैद, सिमरजीत बैंस, बलविंदर बैंस, संजय तलवाड़, मेजर सिंह मुल्लांपुर, कैप्टन संदीप संधू इत्यादि शामिल रहे।