आधार कार्ड की संतृप्ति और यूआईडीएआई केंद्रों की उपलब्धता के लिए कार्य योजना को अंतिम रूप देने हेतु, उपायुक्त कठुआ, राहुल पांडे ने आज यहां डीसी कार्यालय परिसर में जिला स्तरीय आधार निगरानी समिति की बैठक की अध्यक्षता की।बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसपी, पीओ आईसीडीएस, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी, डीएसईओ के अलावा समिति के अन्य सदस्य और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
इस अवसर पर, डीसी ने सभी आयु समूहों में आधार संतृप्ति के लिए अपनाए जाने वाले तंत्र और जिले में बच्चों के अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट के बारे में एक विस्तृत विचार-विमर्श किया।संबंधित अधिकारियों ने बैठक को सूचित किया कि आधार नामांकन प्रक्रिया 78 प्रतिषत है, साथ ही उन्हें जिले में संचालित आधार सेवा केंद्रों की स्थिति के बारे में जानकारी दी। उपायुक्त ने हितधारक विभागों/एजेंसियों से कहा कि वे निवासियों को आधार के लिए 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को नामांकित करने के लिए प्रेरित करें और 5 वर्ष और 15 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट करवाएं।
उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागों को आधार नामांकन के तहत सभी आबादी को कवर करने के लिए अपने अधिकार क्षेत्र में जन जागरूकता अभियान शुरू करने के अलावा जिले में शेष आधार नामांकन प्रक्रिया को संतृप्त करने का आह्वान किया। उन्होंने डीआईओ कठुआ को प्रिंट और सोशल मीडिया के माध्यम से तेज आईईसी अभियान चलाने का निर्देश दिया।
अस्वीकृति की घटनाओं पर चर्चा करते हुए, उपायुक्त ने सीईओ, सीएमओ, पीओ आईसीडीएस, सीएससी को निर्देश दिया कि वे प्रविष्टियां करते समय सावधानी बरतने के लिए आधार डेटा अपडेट करने वाले ऑपरेटरों को जागरूक करें और यह सुनिश्चित करें कि दर्ज किया गया डेटा सटीक और अद्यतित है।
उपायुक्त ने छूटी हुई आबादी को कवर करने हेतु समन्वित प्रयास करने का आह्वान किया क्योंकि इससे जनता को आधार से जुड़ी सेवाओं तक पहुंच बनाने में सुविधा होगी। उन्होंने जिले में छूटी हुई आबादी के नामांकन के लिए पीओ आईसीडीएस, सीईओ, सीएमओ को विशेष शिविर लगाने के निर्देश दिए।
बैठक में यह भी बताया गया कि आधार की स्थिति की जांच करने और बायोमेट्रिक और जनसांख्यिकीय विवरण को अपडेट करने हेतु एक समर्पित टोल फ्री नंबर 1947 का उपयोग किया जा सकता है। यूआईडीएआई ने किसी भी संभावित धोखाधड़ी या प्रतिरूपण से बचने के लिए और एम-आधार ऐप के माध्यम से या आधिकारिक वेबसाइट https://resident.uidai.gov.in/verify पर जाकर और आधार के सभी रूपों पर उपलब्ध क्यूआर कोड को स्कैन करके आधार की वास्तविकता की पुष्टि करने हेतु एक तंत्र स्थापित किया है।